डर और शक को हराकर आगे बढ़ें | Motivational Blog in Hindi

जीवन में सबसे बड़ा दुश्मन कोई और नहीं, बल्कि हमारा डर (Fear) और शक (Self-Doubt) होता है। ये दो भावनाएँ हमारी क्षमता, आत्मविश्वास और सफलता के बीच दीवार बनकर खड़ी हो जाती हैं। हम सपने तो बड़े देखते हैं, लेकिन जब कदम बढ़ाने की बारी आती है, तो डर हमें रोक देता है।
इस ब्लॉग में हम सीखेंगे कि कैसे डर और शक को हराकर आगे बढ़ा जाए, और क्यों यह जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने का सबसे बड़ा रहस्य है।
🌱 1. डर क्या है और यह क्यों होता है?
डर एक स्वाभाविक भावना है। यह हमें खतरे से बचाने का काम करता है। लेकिन जब यही डर बिना वजह हमारे मन में बस जाता है, तो वह हमारी संभावनाओं को सीमित कर देता है।
उदाहरण के लिए: